बिलासपुर :-कोटा में स्थानीय प्रत्याशी की उम्मदवारी को लेकर अभी से हलचल शुरू हो गई हैं। जनपद सदस्य से सभापति बने कन्हैया गंधर्व इन दिनों कोटा विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय राजनीति को लेकर चर्चा में हैं। कांग्रेस आला कमान ने ब्लॉक अध्यक्ष कार्यकारणी का कार्यभार उन्हें सौंपा है। माना जा रहा है कि साफ छबि के उम्मीदवार को ही कोटा की जनता इस बार अपना मतदान करेगी। इन सब के बीच कांग्रेस के कुछ अवसरवादी नेता चुनाव के पूर्व कोटा की ओर रूख कर रहे हैं। किन्तु आम जनता में अच्छी पकड़ वाले उम्मीदवार के चयन से ही कोटा सीट में कांग्रेस अपना खोये हुए वजूद को पुन: प्राप्त कर सकती है। युवाओं की माने तो वे भाजपा हो या कांग्रेस बाहरी उम्मीदवार को सबक सिखाने के मूड में है। बहरहाल चुनाव में अभी समय है। यहां से लगभग आधा दर्जन उम्मीदवार आम जनता के बीच में जाकर भूपेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर अपनी लकीर लंबा कर रहे हैं।
जनपद चुनाव से उभकर सामने आये युवा उम्मीदवार कन्हैया गंधर्व राजनीति में पैर रखते ही खासा चर्चा में हैं। उन्हें कोटा जनपद के सभापति का कार्यभार मिला इसके बाद महामंत्री का पद और चुनावी वर्ष में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का कार्यकारणी अध्यक्ष बनाया गया है। तन-मन धन से समर्पित जनपद सभापति कन्हैया गंधर्व भी आम जनता से बीच जाकर उनकी समस्याओं का निराकरण कर रहे हैं। कोटा विधानसभा क्षेत्र के युवा कार्यकर्ताओं को एकसूत्र में बांधने में कन्हैया गंधर्व जी जान से लगे हुए हैं। पिछड़े हुए जनपद क्षेत्र से जब से वे जीतकर आये हैं तब से लेकर वर्तमान परिवेश में आम जनता की समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है। सीसी सड़क, बाउंड्रीवाल, राशन कार्ड वितरण सहित अन्य विकास कार्यों के लिए अपना पूरा समय क्षेत्र के लिए समर्पित कर चुके कन्हैया गंधर्व को अब किसी पहचान और पहुंच की जरूरत नहीं है। माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में जमीनी उम्मीदवार पर आला कमान भरोस करती है तो कोटा में फिर से कांग्रेस की वापसी होना तय है।