बिलासपुर। गुरुवार रात को बिल्हा थाना क्षेत्र के ग्राम कडार भटगांव में गौ तस्करी करते हुए चार आरोपियों को पुलिस के हवाले किया गया है। ओर् 13 गौवंश को गौ तस्करों के चंगुल से कराया मुक्त। जबकि इसे लेकर प्रदेश के गृहमंत्री बेहद सख्त हैं। हैरानी की बात है कि छत्तीसगढ़ में सत्ता बदलने के बाद भी गौ तस्करी बदस्तूर जारी है। बताया जा रहा है कि बाहर के गौ तस्करों के साथ क्षेत्रीय ग्रामीण और कुछ जनप्रतिनिधि भी शामिल है।
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ट्रकों में भरकर गायों की तस्करी
नगर के बजरंग दल और गौ रक्षक टीम को सूचना मिली कि ग्राम भटगांव के गौठान से ट्रकों में भरकर गायों की तस्करी की जा रही है। रात को बड़ी संख्या में गौ रक्षक मौके पर पहुंचे तो पता चला कि एक ट्रक में गौवंश को भरकर ट्रक नागालैंड के लिए रवाना हो चुका है, तो वहीं तेलंगाना पासिंग की एक ट्रक में करीब 13 गोवंश को भरकर बूचड़खाने ले जाने की तैयारी थी।
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13 गोवंश को भरकर बूचड़खाने ले जाने की तैयारी
बताया गया कि गौ तस्करों ने गौ रक्षकों पर हमला भी बोल दिया था। अगर गौ रक्षको की संख्या अधिक नहीं होती तो फिर उनके प्राण लेने की भी कोशिश होती। इस दौरान गौ रक्षक ठाकुर राम सिंह ने बताया कि जिन गौठानो का निर्माण गायों को संरक्षण देने के लिए किया गया था, वहीं से पंच दृ सरपंचों की सरपरस्ती में भारी संख्या में गायों को बूचड़खाने भेजा जा रहा है।
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हैरानी इस बात की है कि इसे लेकर अब भी पहले जैसे ही उदासीनता है। इस बार तो गौ रक्षकों की सक्रियता से 13 गौवंश के प्राण बचा लिए गए, लेकिन हर गौवंश इतना सौभाग्यशाली नहीं होगा। इसके लिए पुलिस को उन लोगों पर भी कार्रवाई करनी होगी जो इस खेल के असली खिलाड़ी हैं, तभी इस गौ तस्करी पर लगाम लगाया जा सकेगा।