बिलासपुर :- जिला उद्योग संघ बिलासपुर के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बिलासपुर पहुचे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ के उद्योग यहां के विकास और अर्थव्यवस्था का इंजन है।यहां के उद्योगों का छत्तीसगढ़ के विकास में बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि राज्य में सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 लागू किया गया है ताकि उद्योग को बढ़ावा देने बेहतर माहाल स्थापित करने के साथ आप सभी की समस्याओं को दूर किया जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विगत 10 वर्षों के कार्यकाल में देश को विकास की राह में आगे बढ़ाने का कार्य किया। उन्होंने देश को आर्थिक क्षेत्र में 5वें पायदान पहुचा दिया है। अब तीसरे कार्यकाल में वे तीसरी विश्व शक्ति बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
समारोह में मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वर्ष 2047 तक आप सभी के सहयोग से देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया गया है।छत्तीसगढ़ को भी विकसित छत्तीसगढ़ बनाने तैयार किया जा रहा है और इसमें आप सभी का सहयोग और सलाह जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक नवम्बर को छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य का संकल्प/विजन लांच किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम नई उद्योग नीति भी ला रहे हैं।इसे भी एक नवम्बर को लांच किया जाएगा।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बिजली,पानी,कोयला,लौह,हीरा,टीन,लीथियम सहित अन्य खनिज भंडार है।वन संसाधन के साथ वनोपज भी है। हमारे जशपुर क्षेत्र में टमाटर और बस्तर में इमली का वृहद उत्पादन है। इससे आदिवासी क्षेत्रों के विकास में गति आएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योगों के लिए बहुत स्कोप है और छतीसगढ़ की सरकार उद्योगों को जो सुविधाएं दें सकती है,उपलब्ध करायेगी तथा समस्याओं को दूर करेगी। मुख्यमंत्री साय ने उद्योग संघ के पदाधिकारियों से कहा कि आपके हाथों में हुनर और ताकत है। आप सभी छत्तीसगढ़ के विकास और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में अपना योगदान जरूर दें। मुख्यमंत्री साय ने बिजली की समस्या को दूर करने और बेहतर औद्योगिक माहौल के लिए अधिकारियों तथा उद्योगपतियों के साथ सद्भावना पूर्ण व्यवहार स्थापित करने की दिशा में पहल करने की बात कही।
समारोह में अति विशिष्ट अतिथि तोखन साहू आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री भारत सरकार एवं सांसद बिलासपुर ने कहा कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था कृषि और उद्योग पर निर्भर है। उद्योग से रोजगार भी उत्पन्न होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रोजगारोन्मुखी उद्योग को बढ़ावा देने की पहल की है। मुद्रा लोन को बढ़ाया है। उन्होंने उद्योग के लिए जो भी समस्या है दूर करने की बात कहते हुए संघ के पदाधिकारियों की संख्या 6 से बढ़कर 450 होने तथा 50 वर्ष होने पर सभी को शुभकामनाएं दी।

जिला उद्योग संघ बिलासपुर के स्वर्ण जयंती समारोह में संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री साय,अति विशिष्ट अतिथि तोखन साहू आवास एवं शहरी राज्य मंत्री भारत सरकार एवं सांसद बिलासपुर,विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री अरुण साव,विधायकगण अमर अग्रवाल,धरम लाल कौशिक,धरमजीत सिंह,सुशांत शुक्ला,अटल श्रीवास्तव,पूर्व अध्यक्ष हाउसिंग बोर्ड भूपेंद्र सवन्नी का शॉल,श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर अभिनन्दन किया।
जिला उद्योग संघ बिलासपुर की स्थापना 1975 में 6 संस्थापक सदस्यों द्वारा की गई थी।उनमें से अधिकांश सदस्यों के निधन उपरांत उनके परिवार के सदस्यों का मुख्यमंत्री द्वारा शाल श्रीफल से स्वागत/अभिनन्दन किया गया। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से आमंत्रित उद्योग संघ के अध्यक्ष का मुख्यमंत्री ने शॉल,श्रीफ़ल,स्मृति चिन्ह से अभिनंदन किया। उद्योग संघ के संस्थापक सदस्य हरीश केडिया ने 1975 में संघ की हुई स्थापना की संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने मिनी इंडस्ट्रियल एरिया निर्माण की मांग रखी। विद्युत कटौती पर रोक लगाने की मांग की और व्यापारियों के साथ प्रशासन के अधिकारियों का बेहतर समन्वय स्थापित करने की दिशा में पहल की मांग की।
