जेपी मॉर्गन के कर्मचारी RTO नीति को लेकर काफी चिंतित

जेपी मॉर्गन के कर्मचारी अपनी रिटर्न-टू-ऑफिस (RTO) नीति को लेकर काफी चिंतित हैं। जनवरी में बैंक ने सभी से कहा था कि उन्हें सप्ताह में पांच दिन ऑफिस आना होगा। अब, कर्मचारी इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए निजी चैट और Reddit का सहारा ले रहे हैं। उनका मानना है कि जेपी मॉर्गन से उन्हें पर्याप्त जानकारी नहीं मिल रही है।

बिजनेस इनसाइडर के अनुसार, ये चैट “सहायता समूहों” की तरह काम कर रही हैं। एक कर्मचारी ने बताया कि एक चैट समूह में रोजाना 100 से अधिक संदेश आते हैं। कर्मचारी इन समूहों में RTO नियमों पर चर्चा कर रहे हैं। जब जेपी मॉर्गन ने अपने आंतरिक पृष्ठ पर टिप्पणियाँ बंद कर दीं, तो ये चैट और भी सक्रिय हो गईं। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने जनवरी में इस टिप्पणी की कमी की जानकारी दी थी।

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चैट में एक ऐसा दस्तावेज़ भी सामने आया जो जेपी मॉर्गन का प्रतीत होता था। इसमें उन कर्मचारियों को दंडित करने की बात कही गई थी जो RTO नियमों का पालन नहीं करते थे। दस्तावेज़ में कहा गया…

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