डोंगरगांव : नगर के हृदय स्थल पर चंडी मंदिर के समीप स्थित छत्रपति बीज भंडार में मिले एक्सपायरी दवाओं के खेप पर डोंगरगांव कृषि विभाग ने प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करते हुए एक सप्ताह के लिए बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके साथ ही एक्सपायरी दवाओं को जब्त कर ऐसी दवाओं के बेचने सख्ती से मना किया. बता दें कि शनिवार देर शाम हुई तहसीलदार को हुई.
शिकायत के बाद छत्रपति बीज भंडार में सूमी मैक्स नाम का कीटनाशक/खरपतवार की मांग की गई थी, जिसमें एक्सपायरी दवाई दुकानदार के कर्मियों द्वारा दिया गया. जिसकी शिकायत तहसीलदार पी.एल. नाग से हुई. जिस पर उन्होंने त्वरित कार्यवाही करते हुए वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी एवं उर्वरक निरीक्षक संदीप वैष्णव को मौके पर भेजा. श्री वैष्णव के निरीक्षण के बाद जहां बड़ी मात्रा में निंदानाशक, कीटनाशक, फफंूदीनाशक दवाइयां एक्सपायरी मिली.
इस कृषि केंद्र में एक्सपायर दवाइयों को बकायदा बेचने के लिए जमा कर रखा गया था और किसानों को बेचा जा रहा था जबकि नियम अनुसार इन दवाइयों को दुकान में नहीं रखा जाना है. इसके साथ ही किसानों के मांगने पर यही एक्सपायरी दवाईयाँ उन्हें बगैर बिल के बेचा जा रहा था जो कि गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है. वरिष्ठ कृषि अधिकारी ने इसकी जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों दी और जब्ती की कार्यवाही की. वहीं रविवार को हुई कार्यवाही ने श्री वैष्णव ने बताया कि इस दुकानकार को एक सप्ताह पूर्व में भी समझाईश दी गई थी किन्तु इसके बावजूद इसकी शिकायत हुई और शिकायत के बाद कार्यवाही की गई.
best in lic : एलआईसी में उत्कृष्ट प्रदर्शन संदीप जैन हुए सम्मानित
बता दें कि अधिकांश दुकानदार किसानों को दवाई और अन्य सामग्री विक्रय करने के बाद बिल नहीं देते जिससे किसान को नुकसान होने पर मामला दब जाता है. इस शिकायत और कार्यवाही के बाद से एक किसान को कुछ दुकानदारों व्दारा लगातार दबाव देने की सूचना मिल रही है. वहीं नाम नहीं छापने की शर्त में बताया कि पिछले वर्ष 70 हजार रूपये का करेला बीज का अंकुरण ही नहीं हुआ जिसका नुकसान उसे उठाना पड़ा और दुकानदार ने अपना हाथ खड़ा कर दिया था.
एक्सपायरी दवाई और नकली बीज पर जांच की आवश्यकता
ऐसे में एक्सपायरी दवाई और नकली बीज विक्रय पर समय समय पर गहन जांच की आवश्यकता है. गली गली में कुकुरमुत्ते की तरह खुले कृषि केन्द्रों में विभाग में अधिकारी कर्मचारी जांच की औपचारिकता न करें और एक्सपायरी दवाई या नकली बीज मिलने पर सामान्य कार्यवाही के बजाए कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए.