Picsart 23 06 07 09 48 13 907

कराया अपने खेत मे नलकूप खनन व खरीदा दोपहिया वाहन,खाद बिक्री से समूह की महिलाएं भी हो रही आर्थिक रूप से मजबूत

कोरबा/पाली :-छत्तीसगढ़ भूपेश सरकार की जनहितकारी गोधन न्याय योजना पुटा के पशुपालकों एवं किसानों के लिए आर्थिक रूप से बेहद लाभदायक सिद्ध हो रही है। जिससे यहां के ग्रामीणों में पशुपालन को लेकर रुचि बढ़ रही है, साथ ही किसान गोबर बेचकर आर्थिक रूप से मजबूत भी हो रहे है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा खरीदे जा रहे गोबर से यहां के गौपालकों, किसानों, गौठान समिति और महिला समूह लाभान्वित होने के साथ उन्हें अतिरिक्त आय भी प्राप्त होने से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।

Picsart 23 06 07 09 49 31 537

जिले के पाली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत पुटा में संचालित गोधन न्याय योजना से नारायण सिंह कोराम के जीवन मे काफी बदलाव आया है। उन्होंने उक्त योजना के तहत गौठान में 1 लाख का गोबर विक्रय किया है। जिससे उन्हें आर्थिक लाभ हुआ है। गोबर विक्रय से प्राप्त होने वाले अतिरिक्त आय से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होने से उन्होंने अपने खेत मे नलकूप खनन कराया है, साथ ही एक एक्सल दोपहिया वाहन भी खरीदा है। नारायण सिंह ने बताया कि उनका परिवार खेती किसानी पर निर्भर है। इस हेतु कार्य के लिए उनके पास दो जोड़ी बैल है, साथ ही गाय पालन भी है। पहले किसानी कार्य के लिए प्राकृतिक वर्षा पर ही निर्भर रहना पड़ता था, जिससे एक ही फसल लेने की मजबूरी थी। लेकिन जब से भूपेश सरकार ने गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोबर खरीदना शुरू किया है, उनके परिवार के जीवन मे खुशियों की बहार आने लगी है। उन्होंने बताया कि गोबर बेचकर प्राप्त आय से उन्होंने अपने खेत मे नलकूप खनन इसलिए कराया ताकि खरीफ फसल के बाद रबी की फसल का वे दोहरा लाभ ले सके। इसके अलावा दलहन व सब्जी पैदावार से भी उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके और घर के लिए आवश्यक चीजों की पूर्ति करने में आर्थिक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। वहीं दोपहिया वाहन खरीदी के संबंध में उनका कहना है कि आवश्यक कहीं आने- जाने में समय की बचत और सदुपयोग हो सके, इसी सोच के तहत उसने दुपहिया खरीदा है। यहां के रामप्रसाद ध्रुव ने भी अभी तक 60 हजार का गोबर विक्रय कर लिया है। वहीं पुटा गौठान में गोबर खरीदी करने वाली लक्ष्मी स्व. सहायता समूह की महिलाएं भी गोबर खरीदी व खाद बिक्री से 1 लाख 48 हजार 1 सौ 25 रुपए की आय अर्जित कर आर्थिक रूप से मजबूत हुई हैं। जिसमे 19 सौ 20 क्विंटल गोबर की खरीदी व 375 क्विंटल खाद की बिक्री करना बताया है। खाद बिक्री से प्राप्त लाभांश के उपयोग के बारे में पूछने पर समूह की अध्यक्ष रामकली कोराम ने बताया कि समूह की सदस्यों को अर्जित लाभ से किसी के द्वारा अपने बच्चों के अच्छी शिक्षा में खर्च किया जा रहा है तो किसी- किसी सदस्य द्वारा मकान अथवा दुकान का निर्माण कराया जा रहा है। गौठान समिति के अध्यक्ष फेरूसिंह ध्रुव ने बताया कि गौठान का संचालन शासन के मंशानुसार एवं प्रशासनिक अधिकारियों के मार्गदर्शन में किया जा रहा है, जहां गौ- वंश के देखरेख, उनके चारे- पानी की पर्याप्त व्यवस्था के साथ समय- समय पर इलाज जैसे अन्य कार्य शामिल है। वहीं सरपंच पति एवं गौठान समिति के सदस्य दिलाराम नेताम ने राज्य सरकार की इस योजना को गौ वंश संरक्षण की दिशा में प्रथम पहल एवं बेहद जनहितकारी योजना बताया। उन्होंने बताया कि गौठान में खाद भंडारण केंद्र, चरवाहा कक्ष, मवेशी शेड एवं चारागाह में नलकूप खनन से गोधन न्याय योजना को अधिक बल मिलेगा जिससे ग्राम पंचायत पुटा के पशुपालकों, किसानों व समूह की महिलाओं के लिए आर्थिक समृद्धि का मार्ग और भी प्रशस्त होगा। उन्होंने गौठान योजना संचालन करने हेतु प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *