बसना/ बसना ब्लॉक महासमुंद जिले के रहने वाली, कुमारी अर्चना साव पिता स्व. बसंत कुमार साव ने अपना जन्मदिवस को मॉडर्न जेनरेशन के अनुसार केक काटकर दोस्तों के साथ हुल्लड़बाजी और फिजूल खर्च करने के बजाय एक विशेष तरीके से मानना उचित समझा,
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जन्मदिवस पर प्यासे पक्षियों की सहायता
उसने प्यासे पक्षियों की सहायता के लिए बाजार, गार्डन, मंदिर, पेट्रोल पम्प, स्कूल, कॉलेज, आंगनबाड़ी जैसे सार्वजनिक जगहों पर पोस्टर लगाकर, तथा लोगों को मिट्टी से बना पियाऊ बर्तन व घोंसला भेंट कर भयंकर गर्मी में प्यासे पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था अपने घर के छतों, आस पास स्थित पेडों पर करने के लिए प्रेरित एवम जागरूक किया।
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क्या कहती है अर्चना अपने जन्मदिवस पर
अर्चना कहती है कि सड़कों के चौड़ाईकरण के चलते सड़क किनारे सारे पेड़ पौधे कट चुके हैं, जिससे पक्षियों के आवास नष्ट हो चुके हैं, तेज धूप में उन्हें दाने पानी के लिए भटकना पड़ता है जिससे उनकी मौत भी हो जाती है, ऐसे में एक छोटा सा पहल कई बेजुबान जिंदगी बचा सकती हैं। साथ ही साथ विलुप्त होते गौरैया पक्षियों को भी बचाने का प्रयास किया जा सकता है। अर्चना का सहयोग उनके कुछ मित्रों ने किया: कृष्णा जगत, सोनिया जगत, भुनेश्वरी पटेल, सत्यभामा साहू, आरती ।