SECL खदान में ताला, ग्रामीणों ने निकाली भड़ास

कोरबा :- SECL की सरायपाली ओपन कास्ट कोल परियोजना में आज से अनिश्चितकालीन तालाबंदी हो गया है। ग्राम पंचायत बुडबुड सहित खदान से प्रभावित ग्रामों के ग्रामीणों ने रोजगार,पुनर्वास और मुआवजा की मांग को लेकर एक बार फिर खदान में ताला जड़ दिया है।

SECL के खिलाफ धरना स्थल पर क्षेत्रीय विधायक

धरना स्थल पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम ने ग्रामीणों की मांगों का समर्थन करते हुए एसईसीएल प्रबंधन बंधन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और कहा कि एसईसीएल को सामाजिक सरोकार से कोई मतलब नहीं केवल अपनी जेबे भरने का काम कर रहे हैं,अधिकारी। SECL की सरायपाली ओपन कास्ट कोल परियोजना बड़ी मशक्कत के बाद 2 वर्ष पूर्व आरंभ हुआ है,लेकिन 2 साल में ही कई बार तालाबंदी की नौबत आ गई है। एक बार फिर ग्रामीणों ने SECL के खिलाफ हल्ला बोल दिया है।

ग्रामीणों का कहना है कि SECL के द्वारा अभी भी रोजगार,पुनर्वास,मुआवजा के कई मामले लंबित हैं जिसकी अनदेखी की जा रही है और ग्रामीणों को कार्यालय के चक्कर लगाने मजबूर किया जा रहा है। इसे लेकर पूर्व प्रस्तावित 12 जून से अनिश्चितकालीन तालाबंदी की घोषणा करते हुए लिखित में शिकायत ज्ञापन दिया गया था लेकिन SECL प्रबंधन ग्रामीणों को मना नहीं पाया और आज सरईपाली खदान पहुंचकर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने टेंट-तंबू लगाकर धरना आरंभ कर दिया और खदान में कामकाज बंद करा दिया। क्षेत्र के विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम भी ग्रामीणों की मांगों का समर्थन करते हुए स्वयं मौके पर डटे रहे।

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SECL के द्वारा किया नजरअंदाज

उन्होंने कहा कि एसईसीएल को केवल कोयला उत्पादन से मतलब है,आम जनता की और सामुदायिक हित का कोई सरोकार नहीं है 2 साल से खदान आरंभ हुआ है, लेकिन खदान के 5 किलोमीटर के दायरे में आने वाले ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के लिए भटक रहे हैं जिसकी जवाबदारी एसईसीएल की है बिजली,पानी,सड़क,शिक्षा, स्वास्थ्य आदि को लेकर एसईसीएल की गंभीरता अब तक धरातल पर नहीं दिखी है यह ग्रामीणों के मौलिक अधिकार का हनन है जिसे एसईसीएल के द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है

SECL खदान में ताला, ग्रामीणों ने निकाली भड़ास

यह बर्दाश्त नहीं होगा एसईसीएल को अपनी जवाबदारी तय करनी ही पड़ेगी, अन्यथा वे खदान में काम होने नहीं देंगे पाली ब्लॉक के पहले ही खदान में SECL की वादा खिलाफी और मनमानी कर रहा है जबकि भविष्य में पाली ब्लॉक दो अन्य खदान भी प्रस्तावित है ऐसे में एसईसीएल पर कैसे भरोसा किया जा सकता है? इस अवसर पर विधायक प्रतिनिधि कुलदीप सिंह मरकाम,आसपास के ग्राम पंचायत के सरपंच पंच एवं अन्य पंचायत प्रतिनिधि,ग्रामीण जन,भू प्रभावित बड़ी संख्या में धरना स्थल पर डटे रहे खदान में आज कामकाज पूरी तरह से बंद रहा।

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